एक इंटरव्यू के दौरान मार्क जुकरबर्ग का कहना था कि भारत के एक मंदिर में दर्शन करने के बाद उनकी किस्मत पूरी तरह से बदल गई थी और फेसबुक ने धीरे-धीरे नए कीर्तिमान स्थापित करना शुरू कर दिए।
मोदी जी से साझा किया किस्सा
उन्होंने यह कहानी पहली बार 2015 में भारत के प्रधानमंत्री के साथ साझा की थी। उन्होंने बताया था कि वे फेसबुक को लेकर शुरुआती दिनों में काफी कठिनाइयों से गुजर रहे थे और वे इस कंपनी को बेचने पर भी विचार कर रहे थे। इस दौरान जुकरबर्ग कुछ सलाह लेने जॉब्स के पास गए, ऐसे में जॉब्स ने उन्हें भारत के एक मंदिर में जाकर दर्शन करने की सलाह दी थी और वो मंदिर और कोई नही बाबा का परसिद आश्रम केंची धाम था
अब भी मार्क जुकरबर्ग बाबा के दर्शन उनके आश्रम आते रहते है।
एक महीने रहे Zuckerberg भारत में:
उन्होंने मुझसे कहा कि आपको एक बार भारत के इस मंदिर में जरूर जाना चाहिए। उनके कहने पर मैंने भी यहां आने का फैसला किया, जहां वो पहले आ चुके थे। फिर मैं यहां आया और लगभग एक महीने तक मैंने भारत का दौरा किया। इस देश के लोगों से मैं जुड़ा, यहां की हर चीज़ को महसूस करने का अवसर प्राप्त हुआ। उत्तराखंड के नैनीताल के पास स्थित कैंची में मौजूद नीम करोली साधु के आश्रम में काफी अच्छा समय बिताया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें